Tuesday, 27 December 2016

suvichar in hindi and utam anmol vachan

Tags



suvichar in hindi and utam anmol vachan


वेदान्त  कोई  पाप  नहीं  जानता , वो  केवल  त्रुटी  जानता  है .
वेदान्त  कहता  है  कि  सबसे  बड़ी  त्रुटी  यह कहना  है
कि तुम  कमजोर  हो , तुम  पापी  हो ,
एक  तुच्छ  प्राणी  हो , और  तुम्हारे  पास  कोई  शक्ति  नहीं  है
और  तुम  ये  वो  नहीं  कर  सकते .



जब  कोई  विचार  अनन्य   रूप  से  मस्तिष्क   पर  अधिकार  कर  लेता  है
तब  वह  वास्तविक  भौतिक  या  मानसिक  अवस्था  में  परिवर्तित  हो  जाता  है .








भला  हम  भगवान  को  खोजने  कहाँ  जा  सकते  हैं
अगर  उसे  अपने  ह्रदय  और  हर एक  जीवित  प्राणी  में  नहीं  देख  सकते .



तुम्हे  अन्दर  से  बाहर  की  तरफ  विकसित  होना  है .
कोई  तुम्हे  पढ़ा  नहीं  सकता , कोई  तुम्हे  आध्यात्मिक  नहीं  बना  सकता .
तुम्हारी  आत्मा  के आलावा  कोई  और  गुरु  नहीं  है .




EmoticonEmoticon