latest hindi shayari funny whatsaap shayari
हाथों में मेरे किताब...
और सामने तेरा किताबी चेहरा
किताब पढ़ा जाता नही..
और तेरा चेहरा पढ़ने आता नही।
ज़ालिम तो ये.. ठण्ड भी हैं..
मजबूर कर देती हैं..
मुझे हर बार..
तेरी बाँहों में..
समां जाने के लिए..
यादों से ज़िन्दगी खूबसूरत रहेगी
निगाहोमे हर पल ये सूरत रहेगी
कोई ना ले सकेगा कभी आपकी जगह
हमेशा आपकी ज़रुरत रहेगी
गज़ब की आशिकी है
इन निगाहो
मै जब भी देखती है
डूबने को मजबूर कर देती है
EmoticonEmoticon